विश्व बैंक का दल कोलकाता और लुधियाना के बीच निर्माणाधीन ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को देखने आएगा। उच्च स्तरीय टीम दो दिन ईडीएफसी का दौरा करेगी। 20 फरवरी को आ रही टीम कॉरिडोर के कामों को देखेगी।

विश्व बैंक ने भारत में पहली बार रेलवे के प्रोजेक्ट (कॉरिडोर) के लिए दो हजार 725 बिलियन डॉलर कर्ज दिया है। कोरिडोर के खुर्जा और भडान के बीच 194 किमी में मालगाड़ियों का ट्रायल रन हो रहा है। कॉरिडोर के बाकी हिस्से में काम हो रहा है। इसी साल मार्च तक भडान और कानपुर के पास भावुपुर के बीच लगभग 355 किमी में मालगाड़ियों का संचालन शुरू होने की संभावना है। ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के मुख्य महाप्रबंधक ओमप्रकाश ने बताया कि तेजी से काम पूरी कर 2021 तक पूरे कॉरिडोर को चालू करने की योजना है।

एशिया के दूसरे सबसे बड़े कंट्रोल रूम से हो रही निगरानी

प्रयागराज। सूबेदारगंज स्थित दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कंट्रोल रूम से ईस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर पर ट्रायल रन कर रही मालगाड़ियों की वाइड स्क्रीन प निगरानी हो रही है। वाइड स्क्रीन पर निगरानी के लिए 13 हजार 30 वर्ग मीटर में बड़ा हॉल बना बना है। हॉल में एक स्क्रीन ट्रेन और दूसरी स्क्रीन कॉरिडोर के ओवरहेड इलेक्ट्रिक लाइन के लिए होगी। पूरा ट्रैक चालू होने के साथ कंट्रोल रूम में स्क्रीन और बढ़ाई जाएगी। ईडीएफसी के अधिकारियों का दावा है कि इससे बड़ा कंट्रोल रूम सिर्फ चीन में है।

मार्च के बाद दोनों ट्रैक पर होगा संचालन

प्रयागराज। ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के दोनों ट्रैक पर इस साल मार्च के बाद संचालन शुरू हो सकता है। खुर्जा और कानपुर के पास भावुपुर के बीच ट्रैक निर्माण के बाद अप एंड डाउन ट्रैक पर ट्रेनों का आवागमन शुरू होगा। अभी खुर्जा और भडान के बीच सिर्फ अप लाइन पर मालगाड़ियां चल रही हैं।

कॉरिडोर एक नजर में

-1200 किमी लंबा होगा ट्रैक

-कॉरिडोर के ट्रैक पर सिर्फ मालगाड़ियां चलेंगी।

-खुर्जा और भडान के बीच हो रहा ट्रायल रन।

-औसत 7-8 ट्रेनें प्रतिदिन कॉरिडोर से चल रहीं।

-अबतक एक हजार से अधिक मालगाड़ियों का ट्रायल रन हुआ।

-एकदिन में सर्वाधिक 21 मालगाड़ियों का ट्रायल रन हुआ।