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बिहार से नहीं मिला कोई जवाब, हम उठाएंगे प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने का खर्च : दिल्ली सरकारBy Live-Hindustan

दिल्ली सरकार बिहार के कामगारों को बुधवार को तीन श्रमिक विशेष ट्रेनों से उनके गृह राज्य भेजने का खर्च वहन करेगी क्योंकि बिहार की नितीश कुमार सरकार ने टिकट का खर्च वहन करने के दिल्ली सरकार के अनुरोध का कोई जवाब नहीं दिया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक विशेष ट्रेन में 1,200 प्रवासी कामगार सवार होंगे।

इससे पहले 1200 कामगारों को श्रमिक विशेष ट्रेन से मुजफ्फरपुर भेजे जाने का खर्च आम आदमी पार्टी (आप) सरकार द्वारा उठाए जाने को ले कर दिल्ली सरकार और बिहार सरकार के बीच वाक युद्ध हुआ था।

अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सरकार प्रवासी कामगारों को भेजने का खर्च उठाएगी क्योंकि बिहार सरकार ने अभी (ट्रेन टिकट के लिए) भुगतान पर कोई जवाब नहीं दिया है। तीन श्रमिक स्पेशल ट्रेनें बिहार के भागलपुर, बरौनी और दरभंगा के लिए रवाना होंगी।

रेल यात्रियों की सुविधा के लिए बस चलाने पर विचार कर रही दिल्ली पुलिस

पिछले सप्ताह आम आदमी पार्टी ने कहा था कि उसने प्रवासी कामगारों को दिल्ली से बिहार भेजने का खर्च उठाया है, लेकिन बिहार की सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) ने इन दावों को खारिज कर दिया था। इस मामले में जदयू ने आप पर आधा सच बताने और प्रचार के लिए ओछी राजनीति करने का भी आरोप लगाया था।

भुवनेश्वर से 523 यात्रियों को लेकर स्पेशल ट्रेन दिल्ली रवाना

भारतीय रेल द्वारा आंशिक रूप से रेल सेवाओं को फिर से शुरू करने के एक दिन बाद बुधवार को भुवनेश्वर स्टेशन से 523 यात्रियों को लेकर एक स्पेशल ट्रेन नई दिल्ली के लिए रवाना हुई। कोविड​​-19 महामारी के मद्देनजर सभी यात्रियों की स्वास्थ्य जांच की गई। नई दिल्ली के लिए रवाना होने वाली स्पेशल ट्रेन में सवार महिलाओं और बच्चों समेत सभी यात्री और रेलवे कर्मचारी फेस मास्क पहने हुए थे।

पूर्वी तटीय रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि कुल मिलाकर 523 यात्री भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में चढ़े, जबकि बाकी यात्री आगे की विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेन में चढ़ेंगे। ट्रेन की सभी 916 सीटों के टिकट बुक किए गए हैं। यात्रियों को प्रस्थान के निर्धारित समय से 90 मिनट पहले स्टेशन पर पहुंचने के लिए कहा गया था। प्लैटफॉर्म क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले प्रवेश द्वार पर यात्रियों को थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरना पड़ा।

रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि यात्रियों ने सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंड का पालन किया और पाथवे और प्लैटफॉर्म पर चिन्हित किए गए घेरों के अंदर खड़े हुए। उन्होंने बताया कि सभी यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर प्रवेश करने से पहले हैंड सैनिटाइजर प्रदान किए गए।