आरपीएफ इज्जतनगर की स्पेशल टीम ने काशीपुर में सीनियर बुकिंग क्लर्क को फर्जी रेल टिकट बेचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। उसके पास एक फर्जी टिकट मिला। पूछताछ में पता चला कि सीनियर बुकिंग क्लर्क प्रदीप कुमार श्रीवास्तव तीन साल से ऐसा कर रहा था। रोजाना ही वह एक से दो टिकट का फर्जीवाड़ा करता था। आरोपी के खिलाफ धारा-3 आरपी एक्ट 1966 संशोधित अधिनियम-2012 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

आरोपी प्रदीप कुमार ड्यूटी के दौरान सिस्टम में 10 रुपये मूल्य का एक अनारक्षित टिकट फीड करके प्रिंटर को बंद करके ब्लैंक टिकट निकालता था। इसके बाद उसी टिकट पर लंबी दूरी का विवरण प्रिंट कर लेता था। इस प्रक्रिया में स्लैश नंबर टिकट नंबर से अलग होने के कारण टिकट मिसमैच हो जाता था। उसको बेचकर लंबी दूरी वाले टिकट को जस्ट अगले नंबर पर एनआई (नॉन-इश्यूड) कर देता था। लंबी दूरी का किराया सिस्टम में वापस आ जाता था। फर्जी टिकट को बेचकर उसका किराया (10 रुपये छोड़कर) अभियुक्त अपने पास रख लेता था। रेलवे के टिकट की एनआई की प्रक्रिया सही तरीके से पूर्ण हो जाती थी। इससे जांच में पकड़ना अत्यंत मुश्किल था।